इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग - इसका अर्थ, कारण, संकेत और चिंता का कारण

इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में होती है, जब भ्रूण (या ब्लास्टोसिस्ट) गर्भाशय की परत से जुड़ जाता है। इस प्रकार की ब्लीडिंग/ रक्तस्राव बेहद आम है और ऐसा देखा गया है की यह 25% गर्भवती महिलाओं में होती है।

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इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग क्या है?

इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग आमतौर पर हल्की ब्लीडिंग होती है जो कुछ महिलाओं में गर्भधारण के 10-14 दिन बाद होती है। हालाँकि यह बहुत कम समय के लिए होती है, लेकिन यह गर्भावस्था का शुरुआती संकेतों में से एक है।

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इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग होने पर घबराने वाली कोई बात नहीं हैं, और आपको उपचार की आवश्यकता भी नहीं होती है। हालांकि, अगर आपको बहुत ज़्यादा ब्लीडिंग हो तो वह (आपके लिए सामान्य से अधिक) किसी समस्या का संकेत हो सकता है।

यदि आपको बुखार है, ठंड लग रही है, या ब्लीडिंग बहुत ज़्यादा है, तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग कब होती  है?

शुक्राणु के अंडे के साथ फर्टिलाइज़ेशन होने पर भ्रूण बन जाता है। यही भ्रूण आपकी गर्भाशय की परत पर आकर इम्प्लांट यानि जुड़ जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान हलकी सी ब्लीडिंग होती है, जिसे इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग कहा जाता है।   

28 दिन की पीरियड्स साइकिल में ओव्यूलेशन, फर्टिलाइज़ेशन और इम्प्लांटेशन की प्रक्रिया के समय को विस्तार से जाने -

पहला दिन- पीरियड्स का पहला दिन

दिन 14- आपके अगले पीरियड्स से 14 दिन पहले ओव्यूलेशन होता है

14 से 15 दिन- फर्टिलाइज़ेशन ओव्यूलेशन के 0 से 1 दिन बाद होता है (आमतौर पर ओव्यूलेशन के कुछ घंटों के भीतर फर्टिलाइज़ेशन की प्रक्रिया हो जाती है।)

20 से 24 दिन- फर्टिलाइज़ेशन के लगभग 6 से 7 दिनों के बाद इम्प्लांटेशन होता है, और उसी समय के दौरान इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग हो सकती है।

इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग के लक्षण

आमतौर पर मॉर्निंग सिकनेस नोटिस करने से पहले ही इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग हो जाती है। इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग का पता इस तरह लग सकता है:

  • ब्लड भूरा या गुलाबी रंग का हो सकता है
  • ब्लड का फ्लो हल्का होगा और ब्लीडिंग बहुत ही थोड़े समय के लिए होती है
  • समानय पीरियड्स की तरह दर्द नहीं होता है
  • समानय पीरियड्स की तरह आपको ब्लड में कोई ब्लड क्लॉट्स या टिशू नहीं दिखाई देंगे

यदि आपको प्रारंभिक गर्भावस्था के कुछ अन्य लक्षण हैं, जिनमें शामिल हैं, तो शायद यह इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग है:

  • कोमल, सूजे हुए स्तन या निप्पल
  • थकान
  • सिरदर्द
  • पेट की ख़राबी
  • उल्टी (मॉर्निंग सिकनेस)
  • भोजन की लालसा या घृणा
  • मूड स्विंग्स
  • सामान्य से अधिक पेशाब आना

यदि आप सुनिश्चित नहीं हैं कि आपको इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग हो रही है या पीरियड्स हो रहे है, तो प्रेगनेंसी टेस्ट करें या अपने डॉक्टर से बात करें।

इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग कितने समय तक चलती है?

इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग पीरियड्स की तरह बहुत लम्बे समय तक नहीं चलती, यह आमतौर पर 1 या 2 दिनों के बाद बंद हो जाती है।   

इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग  के लिए उपचार

आपको परेशान होने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग अपने आप ही रुक जाती है। यदि आप चिंतित हैं कि ब्लीडिंग बहुत हो रही है, तो अपने डॉक्टर से सम्पर्क करें। वे डॉक्टर आपसे कुछ प्रश्न पूछ सकते है जैसे कितनी ब्लीडिंग हुई या ब्लीडिंग का रंग क्या था।

गर्भावस्था के दौरान ब्लीडिंग  के अन्य कारण

इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग की अलावा भी गर्भावस्था में ब्लीडिंग के अन्य कारण हो सकते है, उनमें से कुछ हानिरहित और गंभीर हो सकते हैं, जिन्हे नज़रअंदाज़ ना करें। यदि आपको किसी भी समय दर्द या ऐंठन के साथ या बिना बहुत ज़ायदा ब्लीडिंग हो रही है, तो अपने डॉक्टर को इसके बारे में बताएं।

यदि आप गर्भवती हैं और आपको ब्लीडिंग होती है, तो इसके निम्न कारण हो सकते हैं:

सेक्स- इसके लिए हार्मोनल और शारीरिक बदलाव जिम्मेदार हो सकते हैं। और ऐसी ब्लीडिंग कुछ समय में अपने आप रुक जाती है।

फाइब्रॉएड और पॉलीप्स- गर्भाशय में इनका पता लगाने के लिए आपका डॉक्टर कुछ टेस्ट कर सकता है।

सरवाइकल समस्याएं- गर्भाशय ग्रीवा में इन्फेक्शन के कारण भी ब्लीडिंग हो सकती है।

इन्फेक्शन- ट्राइकोमोनिएसिस जैसे यौन संचारित रोग हलकी ब्लीडिंग के साथ-साथ और भी गंभीर समस्याएं पैदा कर सकते हैं। इसका इलाज जितनी जल्दी हो सके शुरू करना चाहिए, जिससे आपका बच्चा स्वस्थ रहेगा।

एक्टोपिक प्रेगनेंसी- यह तब होती है जब भ्रूण आपके गर्भाशय के बाहर इम्प्लांट होता है। आपको दर्द और ऐंठन के साथ ब्लीडिंग हो सकती है।

गर्भपात- ऐसा देखा गया है की लगभग 15% मामलों में गर्भधारण के पहले कुछ महीनों के दौरान ही गर्भपात हो जाता है। ज्यादातर महिलाओं को बाद में ब्लीडिंग और ऐंठन होती है। यदि आप जानती हैं कि आप गर्भवती हैं और आपमें ये लक्षण हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से समपर्क करें।

डॉक्टर को कब दिखाएँ

यदि कुछ दिनों के बाद रक्तस्राव बंद नहीं होता है या यदि आप इस बात से चिंतित हैं कि आपको कितना रक्तस्राव हो रहा है, तो अपने डॉक्टर को बुलाएँ।

ज़्यादा जानकारी के लिए आप हमारे फर्टिलिटी एक्सपर्टको विज़िट कर सकते है| मेडिकवेर फर्टिलिटी

FAQs

इंप्लांटेशन ब्लीडिंग होने के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए?

साफ तौर पर प्रेग्नेंसी का पता तब ही लगाया जा सकता है जब महिला के खून में HCG हॉर्मोन का स्राव होने लगे। ज्यादातर महिलाओं में इस प्रोसेस को पूरा होने में 6 से 7 दिन लग जाते हैं। और अगर आपके पीरियड अबतक रेग्युलर होते हैं, तो साइकल मिस होने के ठीक अगले दिन भी आप टेस्ट करवा सकती हैं।

क्या इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग 5 दिनों तक चल सकती है?

ज्यादातर मामलों में, इम्प्लांटेशन स्पॉटिंग केवल कुछ घंटों से लेकर कुछ दिनों तक रहती है।

स्पॉटिंग और पीरियड में क्या अंतर है?

पीरियड्स की ब्लीडिंग को कंट्रोल करने के लिए सैनेटरी पैड्स और टैम्पोन की ज़रूरत होती है। हालांकि, स्पॉटिंग में बहुत कम ब्लीडिंग होती है जिसे रोकने के लिए इन प्रॉडक्ट्स की ज़रूरत नहीं पड़ती है।